
लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (RMLNLU) में रविवार को आयोजित चतुर्थ दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “सत्य बोलो और धर्म का आचरण करो”—यह केवल एक दीक्षा मंत्र नहीं बल्कि भारत की न्यायिक परंपरा की आत्मा है।
उन्होंने कहा कि यही भावना हमारे संविधान और न्यायपालिका के मूल सिद्धांतों में झलकती है—“धर्मो रक्षति रक्षितः” और “यतो धर्मस्य ततो जयः।”
“न्याय जितना मजबूत होगा, उतना सरल होगा सुशासन”
सीएम योगी ने कहा कि धर्म केवल पूजा नहीं, बल्कि जीवन पद्धति है। अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन ही सच्चा धर्म है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा—“प्राचीन काल का रामराज्य भेदभाव रहित और न्यायसंगत शासन का प्रतीक था। आधुनिक भारत में यही ‘सुशासन’ कहलाता है।”
ई-कोर्ट, एआई और ADR से न्यायिक व्यवस्था में क्रांति
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने न्यायिक व्यवस्था को सशक्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं—
- ई-कोर्ट प्रणाली लागू की जा रही है।
- ADR (Alternative Dispute Resolution) को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
- साइबर लॉ ट्रेनिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग पर जोर है।
- न्यायिक अधिकारियों और पुलिस प्रशासन के स्किल डेवलपमेंट पर लगातार काम जारी है।
“रूल ऑफ लॉ तभी प्रभावी जब बेंच और बार साथ हों”
सीएम योगी ने कहा कि बेंच विवेक का प्रतीक है और बार संवेदना का। जब दोनों साथ आते हैं, तब न्याय का सच्चा स्वरूप साकार होता है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में इंटीग्रेटेड कोर्ट कॉम्प्लेक्स बनाने की दिशा में काम शुरू हो चुका है, ताकि एक ही परिसर में सभी स्तरों की अदालतें और अधिवक्ता सुविधाएं उपलब्ध हों।

विज्ञान, तकनीक और न्याय का मेल
राज्य सरकार ने हर रेंज में विधि विज्ञान प्रयोगशालाएं (Forensic Labs) स्थापित की हैं। अब ई-कोर्ट, ई-प्रॉसिक्यूशन, ई-पुलिसिंग और ई-फॉरेंसिक को एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म पर जोड़ा जा रहा है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और प्रभावी बनेगी।
दीक्षांत समारोह में चमके मेडल विजेता छात्र
इस समारोह में छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया।
- एलएलएम वर्ग: हर्षिता यादव (Gold), आकृति श्रीवास्तव (Silver), ऋषभ (Bronze)
- बीए एलएलबी वर्ग: अभ्युदय प्रताप (Gold), साइमा खान (Silver), दर्शिका पांडेय (Bronze)
- ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ – दर्शिका पांडेय
- ‘बेस्ट मोटर ऑफ द ईयर’ – अभ्युदय प्रताप
- ‘बेस्ट UPSC परफॉर्मेंस’ – धीरज दिवाकर
योगी का युवाओं को संदेश — “सत्य, धर्म और निष्ठा का पालन करो”
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को सत्य, धर्म और निष्ठा के पथ पर चलते हुए देश की न्याय व्यवस्था को नई दिशा देनी चाहिए।
उन्होंने न्यायमूर्ति सूर्यकांत को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बनने पर अग्रिम बधाई भी दी।
सीएम योगी का यह संबोधन सिर्फ एक दीक्षांत भाषण नहीं, बल्कि एक विज़न स्टेटमेंट था—जहां आस्था, न्याय और तकनीक का संगम दिखा। यह संदेश न सिर्फ छात्रों बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरक है।
